
मॉडलिंग से मतलब महज रैंप पर कैटवॉक करना नहीं, बल्कि मॉडलिंग का क्षेत्र भी अपने आप में बहुत विस्तृत है। आपके पास अच्छा फिगर है, चेहरा भी फोटोजेनिक है और आत्मविश्वास भी भरपूर होने के साथ साथ ग्लैमर आपको अपनी तरफ आकर्षित करता है तो बतौर मॉडलिंग करियर चुनकर आप भी शोहरत कमा सकती हैं।
लेकिन गाने की धुन पर रैंप पर कैटवाक करती हुई किसी सुंदर मॉडलों की जिंदगी हकीकत में उनकी एक अलग ही कहानी बयाँ करती है। इस चकाचौंध के पीछे एक और चेहरा होता है, जो जिंदगी के दूसरे पक्ष अंधकार की ओर संकेत करता है क्योकि ग्लैमर की दुनिया एक ऐसी दुनिया है जिसमें पैसा, शोहरत सब कुछ है परंतु सुकून नहीं है।
लेकिन पिछले 10 सालों के मुकाबले मॉडलिंग के क्षेत्र में लड़कियों की संख्या में खूब इजाफा हुआ है। समाज ने अपनी सोच बदली है और बदलते परिवेश के साथ आज इस पेशे को ऊंचा दर्जा दिया जाने लगा है और अब तो लडकिया इस प्रोफेशन में आने के लिए बकायदा प्रशिक्षण ले रही हैं।
वही इस फील्ड में आने के लिए योग्यता की बात करे तो मॉडलिंग के क्षेत्र में आने के लिए यूं तो किसी खास तरह के योग्यता की ज़रूरत नहीं है। लेकिन लड़की का कद 5 फुट 7 इंच होना जरूरी है। इसी के साथ ही अगर आपने किसी मॉडलिंग इंस्टीट्यूट से प्रशिक्षण भी लिया है तो सोने पर सुहागा। मसलन, ब्यूटी केयर, मेकअप, हेयर ड्रेसिंग आदि का कोर्स। 12 वीं के बाद आप सीधे इस क्षेत्र में दाखिला ले सकते हैं |
लेकिन चकाचौंध और आकर्षण वाली ग्लैमर की इस दुनिया में नामी -गिरामी मॉडल से लेकर छोटे मॉडल तक हर कोई शोषण का शिकार है। चौंकाने वाली बात तो यह है कि बड़े-बड़े महानगरों में केवल महिला ही नहीं बल्कि पुरुष मॉडल भी इस तरह के शोषण का सामना कर रहे हैं।
निष्कर्ष के रूप में हम यह कह सकते हैं कि इस दुनिया में जो कुछ भी दिखता है, वह सभी सच नहीं होता है। ग्लैमर की दुनिया में हँसते चेहरों के पीछे छुपा कड़वा सच इनकी जिंदगी की एक अलग ही कहानी बयाँ करता है।.. कामयाबी पाना बहुत अच्छा है परंतु उसके लिए कोई ऐसा सौदा न किया जाए, जो हमारी जिंदगी पर एक बदनुमा दाग बनकर रह जाए।
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